प्यार में इंसान पागल क्यों होते है ? । Why do people go crazy in love? | Jai Sree Radha

by - मार्च 24, 2025

 यार किसीभी पोस्ट को लिखने से पहले काफी कुछ सोचना पड़ता है लेकिन इस पोस्ट को लिखने के लिए मुझे एक सेकंड के लिए भी नही सोचना पड़ा क्योंकि में खुद इस समस्या का सामना कर चुका हूं और शायद ही मेरे अलावा कोई इतनी महत्वपूर्ण जानकारी कोई आपको दे सकता है ।


 
पागलपन का सबसे बड़ा कारण है विचार ,एक ऐसी सोच जो मरने से पहले हमें मार देती है, ऐसी सोच को जन्म भी हम देते है और इसे खत्म करने का इलाज भी हमारे अंदर होता है।

मैंने खुद ऐसे विचारों को जन्म भी दिया है और उससे आज भी लड़ता हु। मेरे दिमाग मे सबसे पहले यह विचार तब आया था जब में किसी लड़की के लिए पागल था ,आप इसे वन साइड लव भी कह सकते है, ये कैसे हुआ जानते है।

* मेरी वन साइड लव स्टोरी

मेरा घर उस लड़की के एकदम सामने था ,में फर्स्ट फ्लोर पर था और वह लड़की सामने वाले मकान के ग्राउंड फ्लोर पर रहती थी । हमारी कभी कभी बातचीत होती रहती थी,मेरे परिवार वालो को भो वह अच्छी लड़की लगती थी और शायद इसी वजह से मुझे भी लगने लग गया था कि वह मेरे लिए अच्छी रहेगी,यह कुछ ऐसा हुआ था कि में उससे दिल से नही दिमाग से प्यार करने लग गया था। 

* पागलपन में क्या होता है

यही वह सोच थी जिसने मुझे एकदम पागल बना दिया था ,मेरा किसी मे भी मन नही लगता था वह जिस लड़की से में दिमाग से प्यार करता था वह मेरे से उम्र में एक साल बड़ी थी ,उस समय मेरी एलेवेंथ स्टैंडर्ड में साइंस की पढ़ाई चल रही थी ,समय काफी मुश्किलों से भरा था ।

पागलपन में कुछ ऐसा होता था कि मुझे कई रातो तक नींद नही आती थी में रात में उठकर कही चला जाता था और घूम कर फिर कर वापस घर मे आकर सोने की कोशिश करता था लेकिन सो नही पाता था।

ऐसा मेरे साथ क्यों होता था इसके जवाब में मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि मेरा दिमाग मुझमे था ही नही वह न मुझे एक जगह बैठने देता न कुछ अच्छा सोचने देता था।

*पागलपन का हद से ज्यादा बढ़ जाना

मैं उस लड़की के पीछे इतना पागल हो गया था कि एकदिन मैंने लगभग रात को 1.00 बजे उसके घर का दरवाजा खट खटाया कुछ देर दरवाजा खट खटाने के बाद अंदर से एक आवाज आई वह आवाज उसके पापा की थी।

उन्होंने अंदर से पूछा कौन है बाहर से,मेने जवाब दिया में हु सुमित आपके सामने रहने वाला लड़का ,उन्होंने दरवाजा खोला और पूछा इतनी रात को क्या काम है मैं कुछ बोला और वह शब्द थे मैं आपकी लड़की से शादी करना चाहता हु,उन्होंने कहा पागल हो गए हो क्या ,दरसल में सचमे पागल हो गया था।

उस लड़की के पिता ने कहा में तुम्हारे पिता से बात करना चाहता हु,और मुझ पागल को लगा कि सचमे मेरी उससे शादी हो जायेगी।

दूसरा दिन आया मैंने अपने घर वालो को रात की बात बताई और मेरे पापा उस लड़की के घर उसके पापा से मिलने चले गए ।

मेरे पापा की उस लड़की के पाप से बात हुई, इस बारे में मेरे पापा ने घर पर कुछ बराबर बताया नही,मेरे घर वाले मुझे लेकर बहोत परेशान थे,क्योकि मेरी हालत ही कुछ ऐसी थी। 

*पागलपन का इलाज

(जो बात आपके दिल मे ज्यादा समय से है उसे बोल दे और बिल्कुल न घबराये)


जब मैंने उसके घर पर शादी की बात की थी उसके बाद से मेरे दिल को और दिमाग को एकदम शांति मिल गई थी क्योंकि जो बात में उससे कहना चाहता था वो मैंने बोल दी थी, कुछ दिन बीते, मेरे पापा ने मेरे स्कूल जाकर 10 दिनों की छुट्टी ले ली थी,वे मुझे गांव लेकर गए ।

गांव में एक दो दिन रहने के बाद मुझे अच्छा लगने लग गया था,जो मेरी बाहर घूमने की बीमारी या कहो पागलपन वो ठीक हो गया था,कुछ ही दिनों में मैं पूरी तरह ठीक हो गया था।

ठीक होने के बाद में और मेरा परिवार अपने शहर आ गया, दिन बीतते गए जो लड़की मेरे सामने रहती थी,जिसके लिए में पागल था उसके पापा ने वहासे काफी दूर नया घर ले लिया ,और वह चली गई।

इस तरह यह रियल लाइफ कहानी यहा खत्म हुई। इस कहानी में, मैं जो बात अपने दिल मे छुपा कर बैठा की "मुझे उससे शादी करनी है"अगर में यह बात नही कर्ता तो शायद में यह लेख नही लिख रहा होता क्योंकि यह बात मुझे हर दिन हर इक सेकंड चैन से जीने नही देती थी । अंदर से एक आवाज आती तू यह बात बता नही तो मै कुछ भी कर दूंगा । देखिये दोस्तो जीवन मे ऐसी कोई बात जो किसीको बताना बहुत जरूरी है,और वह बात अगर हम उस व्यक्ति को नही बताते ,और अपने ही अंदर दबाये रखते है तो यह बहुत बड़ी समस्या है, तो हमेशा ध्यान रखिये कोई भी बात अपने अंदर न दबाये ,खुल कर जो भी बात आप किसीसे कहना चाहते है जरूर कहे ,भले सामने वाले व्यक्ति को आपकी बात अच्छी लगे या बुरी 
कुछ समय के लिए प्रॉब्लम हो सकती है,लेकिन कुछ समय बाद आप अपने लिए खुश होंगे कि यार अच्छा हुआ मैंने मेरे दिल की बात बता दी।

दोस्तो इस सच्ची कहानी से हमे बहोत बड़ी सिख मिलती है और वह है,किसीको देख कर या किसीके कहने पर अगर आपको कोई अच्छा लगता है तो वह गलत है,जब आपका दिल बोले यार यही सही है तो उसी पर यकीन करें।

दोस्तो अपने माता पिता का हमेशा ख्याल रखे,वो कैसे भी हो जरूरत के समय पर सिर्फ वही आपके लिए खड़े होंगे और आपकी जितनी मदत हो सके उतनी करेंगे।

मैं अपने माता पिता को धन्यवाद देना चाहता हु की उस समय मेरे माता पिता ने मेरा बहोत ध्यान रखा।
                                             धन्यवाद.
दर्शना जिसका मै हर दिन दर्शन करके पागल हो गया था - आज 30 मार्च २०२५ को माफ़ी मांग रहा हु. मैंने उसे रातको जगाकर परीशान किया और उसके परिवार की भी माफ़ी मांगता हु, क्योकि वे मेरी वजह से उन्हें दूसरी जगह रहने जाना पड़ा. 

|| जय श्री राधा ||




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