भगवान कैसे मिलते है । जय श्री राधा

by - मई 11, 2025

जय श्री राधा 

नमस्ते दोस्तों भगवद गीता के अध्याय 18 में 65 वे श्लोक में भगवान कह रहे है कि......
सदैव मेरा चिंतन करो, मेरे भक्त बनो, मेरी पूजा करो और मुझे नमस्कार करो।
इस प्रकार तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे ।
में तुम्हे वचन देता हूँ, क्योंकि तुम मेरे मित्र हो ।
दोस्तो भगवान को पाने के लिए हमे सबसे पहले भगवान से रिश्ता बनाना होगा, हम उन्हें अपना दोस्त, बेटा, पिता या और कोई रिश्ता हम भगवान से बना सकते है। भगवान मिलना मुश्किल है लेकिन भगवान को अपना रिश्तेदार बनाकर जल्द से जल्द मिला जा सकता है।
दोस्तो श्लोक में भगवान कह रहे है कि सदैव मेरा चिंतन करो, लेकिन पहले पहले हमारा चिंतन नहीं होगा, लेकिन बार बार भगवान को याद करने से, उनका भजन करने से, उनकी सेवा करने से धीरे धीरे भगवान में हमारा मन लगने लगेगा। जब हम भगवान के सच्चे भक्त बनेंगे, भगवान की पूजा करेंगे, उन्हें नमस्कार करेंगे तो आसानीसे भगवान हमे मिल जाएंगे

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