वृन्दावन वास कैसे करे | Jai Sree Radha
मेरे प्रिय मित्रो,
हम सबको पता है वृन्दावन में रहना आसान नहीं है, लेकिन भगवान कृष्ण ने भगवद गीता में कुछ इस तरह परम गुप्त रहस्य बताया है, जो कुछ इस तरह है.......
मैं ही लक्ष्य, पालनकर्ता, स्वामी, साक्षी, धाम, शरणस्थली तथा अत्यंत प्रिय मित्र हु ।
मैं सृष्टि तथा प्रलय, सबका आधार, आश्रय तथा अविनाशी बीज भी हूँ।
यानी हम कृष्ण का नाम गाते है, तो हम अनजाने में भी वृन्दावन में ही रह रहे है, लेकिन कृष्ण जल्दी पाने का बस एक ही रास्ता है और वो है श्रीराधा, श्रीराधा ही है जो हमें कृष्ण से समयसे पहले यानी मृत्यु से पहले कृष्ण से मिलवा देगी ।
जय श्री राधा
0 टिप्पणियाँ